आज हम बात कर रहे हैं फूलचंद त्रिपाठी उर्फ़ मुन्ना भैया के बारे में, हां वही मुन्ना भैया मिर्जापुर वाले. मुन्ना भैया का जिक्र आते ही लोगों के मन में एक ही इमेज बनता है. वो दबंगई, वह बेखौफ भाव, एक्टिंग के प्रति पैशन, भाई साहब जबरदस्त.
कौन है मुन्ना भईया?
मुन्ना भैया का असली नाम दिव्येंदु शर्मा है. उनका जन्म दिल्ली में 19 जून 1983 में हुआ. भैया जी ने दिल्ली विश्वविद्यालय से राजनीति शास्त्र में ग्रेजुएशन की है. इसके साथ ही 3 साल का थिएटर का अनुभव भी है.
भैया जी को पढ़ाई लिखाई में खासा मन नहीं लगा. लगता भी कैसे वह तो बने ही थे अभिनय के लिए, ग्रेजुएशन करने के बाद उन्होंने FTII पुणे से एक्टिंग में दो साल का डिप्लोमा किया.

नाम | दिव्येंदु शर्मा |
जन्म वर्ष | 19 जून 1983 |
जन्म स्थान | दिल्ली |
शिक्षा | स्नातक (करोड़ीमल कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय ), 2 वर्षीय अभिनय में डिप्लोमा (FTII) |
पत्नी | आकांक्षा शर्मा |
पेशा | अभिनय |
पता | मुंबई, महाराष्ट्र |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
जन्म एवं परिवार
दिव्येंदु शर्मा उर्फ़ मुन्ना भैया का जन्म दिल्ली के एक मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ. पिता होटल जनपद में कार्यरत है. पत्नी आकांक्षा शर्मा कॉलेज के दिनों से ही महिला मित्र रही. उन्होंने कॉलेज में ही प्रेम विवाह कर लिया और वो आज खुशहाल जीवन व्यतीत कर रही है. अभी तक इनकी कोई संतान नहीं है. न ही इनके माता पिता एवं परिवार के अन्य लोगो से सम्बंधित जानकारियां वर्ल्ड वाइड वेब पर आसानी से उपलब्ध है.
व्यक्तित्व
मुन्ना भैया उर्फ़ फूलचंद त्रिपाठी का व्यक्तित्व विशेषकर युवाओं को खासा लुभाता है. जैसा वो रील लाइफ में दिखते है, उनका कैरेक्टर रियल लाइफ में उससे बिल्कुल अलग है. मैंने एक youtube चैनल पर उनके इंटरव्यू को देखा था जिसमें उन्होंने अपने व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला था.
उन्होंने एक वाकया भी सभी के साथ शेयर किया था जिसमे उन्होंने बताया था की किस प्रकार, जाती धर्म से जुड़े भेदभाव के चलते अपने सरनेम को ही हटा लिया था.
साथ ही आप इनके फ़िल्मी दुनिया में आने के स्ट्रगल का अंदाजा इसी बात से लगा सकते है की उन्होंने फिल्मो में आने से पहले थिएटर में ३ सालो से अधिक समय तक कार्य किया है.
इनका जीवन अभिनय के प्रति समर्पित है. सोशल मीडिया पर भी इनकी कुछ ख़ास प्रेसेंस नहीं है. यहाँ तक की इनके सोशल मीडिया एकाउंट्स पर ब्लू टिक भी नहीं है.
लेकिन इन सबके बावजूद जब अपने मुन्ना भैया परदे पर आते है तो धमाल मचा ही जाते है.
फेमस डायलाग
मुन्ना भैया की बात करे और उनके डायलॉग की चर्चा न हो तो यह तो बिना तड़का लगाये दाल जैसी बात हो जाएगी. हमारे मुन्ना भैया मेमेर्स की दुनिया में खासे पहचाने जाते है. इनके डायलॉग के वार से बड़े-बड़े तीसमार खा चारो खाने चित्त हो जाते है.
शब्दों का सिलेक्शन इतना जबरदस्त है की डायलॉग तोप के गोले की तरह सीने के आर पार निकल जाती है. अनजाने में ही कई लोग इनके डायलॉग के दीवाने खास बन जाते है.
पेश है उनके डायलॉग की एक झलक….
- ”अबे पढाई लिखाई में ध्यान लगाओ IAS YAS बनो, लेकिन नहीं तुम्हारी गा** में तो चनुने काट रहे है.”
- “चचा ओ चचा. ओ भो*डी वाले चचा”
- “माँ भी यहाँ है, बहन भी यहाँ है. अब माँ-बहन करने में आसानी होगी.”
- “बहुत तकलीफ होती है जब आप योग्य हो और लोग आपकी योग्यता को नहीं पहचाने”
- “म्यूजिक बंद कर मा*र*चो*”
- “भोस* के गुटका थोडा कम खाया करो, वरना टटों का कैंसर हो जायेगा. अमर हम है तुम नहीं.”
- “जलवा है हमारा यहाँ”
- “हिंदी फिलम के हीरो है हम, हमें कोई नहीं मार सकता, अमर है हम.”
करियर
दिव्येंदु शर्मा की पहली फिल्म आजा नचले थी. जिसमें उन्होंने विधायक के बेटे का रोल प्ले किया. इसके बाद प्यार का पंचनामा जिसमे उन्हें बेस्ट स्क्रीन अवार्ड भी मिला. इसके बाद कई फिल्मों का तांता लग गया. उन्हें दर्शको के बिच खाश लोकप्रियता अमेज़न प्राइम की एक वेब सेरिसे मिर्ज़ापुर से मिली. इस वेब सिरीज़ में एक्टिंग के साथ-साथ डायलाग डिलीवरी का जो तड़का लगाया है, वो वाकई काबिल-ए-तारीफ है.
ऑल्ट बालाजी और जी 5 की सिरीज़ “बिच्छू का खेल” में अपने दमदार परफॉरमेंस के लिए जाने गए. इसके अलावा कई अन्य वेब सेरिज़ में अपने लल्लनटॉप अभिनय का लोहा मनवाया.
प्रसिद्ध फिल्में
फिल्म | रिलीज वर्ष | पात्र |
आजा नच ले | 2007 | विधायक के बेटे |
प्यार का पंचनामा | 2011 | निशांत उर्फ़ लिक्विड अग्रवाल |
चश्मे बद्दूर | 2013 | ओमकार उर्फ़ ओमी शर्मा |
इक्कीस तोपों की सलामी | 2014 | शुभाष जोशी |
दिल्ली वाली जालिम गर्लफ्रेंड | 2015 | ध्रुव |
अस्सी नब्बे पूरे सौ | 2016 | – |
टॉयलेट एक प्रेम कथा | 2017 | नारायण शर्मा उर्फ़ नरु |
बत्ती गुल मीटर चालू | 2018 | सुन्दर मोहन त्रिपाठी |
बदनाम गली | 2019 | रणदीप सिंह सोढ़ी |
कनपुरिये | 2019 | विजय |
शुक्राणु | 2020 | इन्दर |
ब्रह्मास्त्र | 2020 | कार्तिकेय |
प्रसिद्ध वेब सिरीज़
वेब सीरिज | वर्ष | पात्र |
परमानेंट रूममेट्स | 2016 | कैमिओ |
मिर्ज़ापुर | 2018 | फूलचंद त्रिपाठी उर्फ़ मुन्ना भैया |
मिर्ज़ापुर 2 | 2020 | फूलचंद त्रिपाठी उर्फ़ मुन्ना भैया |
फटाफट | 2019 | – |
बिच्छू का खेल | 2020 | अखिल श्रीवास्तव |
उपलब्धियां एवं पुरस्कार
दिव्येंदु शर्मा को उनके बेहतरीन कलाकारी के लिए अभिनय के क्षेत्र में कई अवार्ड्स दिए गए है. जिसमे 2011 में रिलीज़ हुई फिल्म प्यार का पंचनामा के लिए बेस्ट मेल डेब्यू का स्क्रीन अवार्ड दिया गया. इसके अलावा 2018 में रिलीज़ हुई वेब सीरिज मिर्जापुर के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का आई रील अवार्ड दिया गया.
मुन्ना भैया की लव लाइफ
अपने मुन्ना भैया प्यार-व्यार के मामले में बड़े लॉयल आदमी है. उन्होंने जिससे प्यार किया उसी के साथ शादी भी रचाई. उनका आकांक्षा के अलावा किसी भी अन्य सुन्दर कन्या के साथ कोई अफेयर नहीं रहा. उन्होंने अपने कॉलेज के दिनों में ही आकांक्षा के साथ प्रेम विवाह कर लिया. एवं उन्ही के साथ एक सुखी वैवाहिक जीवन व्यतीत कर रहे है.
वास्तव में दिव्येंदु शर्मा एक बेहतरीन व्यक्तित्व एवं प्रतिभा के धनी व्यक्ति है. लोग उनके दबंग किरदार को काफी पसंद करते है. उनका अभिनय दर्शको के दिल पर एक अमिट छाप छोड़ जाता है. उनका देसिपन्ना रियल फेस एक्सप्रेशन दर्शको को उनकी फिल्मे एवं वेब सिरीज़ देखने पर मजबूर करता है.
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